माइग्रेन क्या है? और Migraine Ke Lakshan
आधुनिक जीवनशैली के बीच माइग्रेन एक आम समस्या होती जा रही है। दोस्तों इस पोस्ट में हम यह जानेंगे की माइग्रेन क्या है और Migraine Ke Lakshan क्या हैं. और हम इसे कैसे ठीक कर सकते हैं.
दोस्तों यह समस्या बचपन से बुढ़ापे तक किसी भी समय हो सकती है, इसकी कोई निश्चित आयु नहीं है। इस दौरान माइग्रेन के रोगी को दवाओं के साथ-साथ कुछ बातों का भी ध्यान रखना चाहिए।
दोस्तों यह समस्या बचपन से बुढ़ापे तक किसी भी समय हो सकती है, इसकी कोई निश्चित आयु नहीं है। इस दौरान माइग्रेन के रोगी को दवाओं के साथ-साथ कुछ बातों का भी ध्यान रखना चाहिए।
माइग्रेन के लक्षण. Migraine Ke Lakshan
माइग्रेन में दर्द सुबह और शाम के समय होता है। इसका आंखों की रोशनी पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को माइग्रेन का खतरा अधिक होता है। महिलाओं में यह समस्या मासिक धर्म के समय अधिक होती है।
आमतौर पर इसका दर्द सिर के एक तरफ होता है, लेकिन कभी-कभी यह दोनों तरफ भी होता है। इस लेख के माध्यम से हम आपको यह भी बताएँगे कि माइग्रेन के क्या कारण है और रोगी को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
माइग्रेन का कारण. Migraine Ka Karan
माइग्रेन का सबसे बड़ा कारण तनाव होता है। जिस व्यक्ति या महिला को अधिक तनाव होता है, उन्हें माइग्रेन की समस्या अधिक होती है। इसके अलावा शराब के अधिक उपयोग, मौसम में बदलाव, आहार में बदलाव और कम नींद लेना भी माइग्रेन लिए जिम्मेदार है। आपको माइग्रेन में निम्नलिखित बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए।
"Migraine Ke Lakshan" Ko Kam Karne Ke Upay :-
1. पर्याप्त नींद आवश्यक है
जिस व्यक्ति को माइग्रेन की समस्या है, उसे पर्याप्त नींद लेने की कोशिश करनी चाहिए। नींद से माइग्रेन में राहत मिलती है। अच्छी नींद लेने में योग, मेडिटेशन और मॉर्निंग वॉक भी मददगार है।
विशेषज्ञों के अनुसार हमे कितने घंटे की नींद लेना चाहिए?
2. दवा का सेवन
माइग्रेन की समस्या होने पर डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं को नियमित रूप से लेना चाहिए। इसके अलावा, यदि आप डॉक्टर के परामर्श के अनुसार हर दिन व्यायाम, योग और ध्यान करते हैं तो बेहतर होगा।
3. सिर को ठंडा करें
सिर को ठंडा रखना माइग्रेन में राहत देता है। ठंडक के लिए आप माथे पर बर्फ या ठंडा पानी लगा सकते हैं। सिर में मेहंदी लगाना भी फायदेमंद है। ऐसा करने से रक्त धमनियां अपनी पूर्व स्थिति में फैल जाती हैं।
4. फल खाएं
इस दौरान मौसमी फलों का सेवन करना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ, फलों का रस भी माइग्रेन में राहत देता है। रात के खाने में सलाद खूब खाएं और रात को सोते समय गुनगुने पानी के साथ त्रिफला और आंवला का चूर्ण लें।
5. आंखों पर ध्यान केंद्रित करने से बचें
माइग्रेन की समस्या के मामले में रोगी को अपनी आंखों पर ज्यादा जोर नहीं देना चाहिए। आंखों पर ज्यादा जोर देने से समस्या बढ़ सकती है। यह भी ध्यान रखें कि सोने के समय कमरे में कोई रोशनी नहीं होनी चाहिए। आपको सूरज की किरणों से भी बचना चाहिए।
6. मौसम परिवर्तन पर अपना ख्याल रखें
मौसम में अचानक बदलाव के कारण माइग्रेन हो सकता है। इसलिए बदलते मौसम में अपनी सेहत का ख्याल रखें। इसके अलावा, सीधी धूप से बचने के लिए घर से बाहर जाते समय छतरी का इस्तेमाल करें।
बदलते मौसम में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल?
ऊपर वर्णित "Migraine Ke Lakshan" Aur Upay के अलावा, माइग्रेन के रोगी को चिकित्सीय परामर्श अवश्य लेना चाहिए। और चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवाएं नियमित रूप से ली जानी चाहिए। दवाओं के उपयोग में लापरवाही के कारण आप लंबे समय तक माइग्रेन से ग्रसित रह सकते हैं।